Indicators on Hindi poetry You Should Know
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कहा करो 'जय राम' न मिलकर, कहा करो 'जय मधुशाला'।।२९।
आने के ही साथ जगत में कहलाया 'जानेवाला',
जहाँ कहीं मिल बैठे हम तुम़ वहीं गयी हो मधुशाला।।६४।
द्रोणकलश जिसको कहते थे, आज वही मधुघट आला,
जिसके पीछे था मैं पागल, हा न मिली वह मधुशाला!।९०।
तंग गलियारों से गुजरी मैं, कुछ साए मुझसे चिपट गए
छलक रही है जिसके बाहर मादक सौरभ की हाला,
प्याले सा गढ़ हमें किसी ने भर दी जीवन की हाला,
सबसे पहले तेरा स्वागत करती मेरी मधुशाला।।१।
हर्ष-विकंपित कर से जिसने, हा, न छुआ मधु का प्याला,
मैंने देखा है अभी here अभी उसने बिक्रम के प्राण लिए जल्दी बोलो क्या करना है घनघोर घटा घिर जाएगी छिन गया उदय हाथों से यदि मुख पर कालिख लग जाएगी
हमें नमक की ज्वाला में भी दीख पड़ेगी मधुशाला।।७५।
उतर नशा जब उसका जाता, आती है संध्या बाला,
चित्रपटी पर नाच रही है एक मनोहर मधुशाला।।४२।
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